अजीब जुल्म करती हैं तेरी यादें मुझ पर
सो जाऊं तो उठा देती हैं जाग जाऊँ तो रुला देती है
Sad shayari
तुमसे भी कोई शिकायत ना रही – Tumse Bhee Koee Shikaayat Na Rahee !
जब से देखा है चांद को तन्हा
तुमसे भी कोई शिकायत ना रही
तुम जिंदगी की वह कमी हो – Tum Jindagee Kee Vah Kamee Ho !
तुम जिंदगी की वह कमी हो
जो जिंदगी भर रहेगी
काश दिल भी मेरा उतना खराब होता – Kaash Dil Bhee Mera Utna Kharaab Hota !
काश दिल भी मेरा उतना खराब होता
जितना खराब दिमाग है
अपनों को ही गिरा दिया करते है – Apno Ko Hee Gira Diya Karte Hai !
अपनों को ही गिरा दिया करते है कुछ लोग
खुद को गैरों की नजरों में उठाने के लिए
हर कोई रखता है खबर गैरों के गुनाहों की – Har Koee Rakhta Hai Khabar Gairon Ke Gunaahon Kee !
यहां हर कोई रखता है खबर गैरों के गुनाहों की
अजीब फितरत है कोई आईना नही देखता




