अगर तुम्हारे साथ कोई रिश्ता नही रखना चाहता तो उससे दूर हो जाओ क्योंकि वक्त खुद सिखा देगा उसे कदर करना और तुम्हे सब्र करना
अगर दर्द की जुबान होती तो वो खुद बता देता अब भला मैं वो ज़ख्म कैसे दिखाऊं जो दिखते ही नही
अजब हाल है मेरी तबियत का आजकल मुझे ख़ुशी ख़ुशी नही लगती और गम बुरा नही लगता है
अब तेरा नाम ही काफी है मेरा दिल दुखाने के लिए
अब तो मेरे दुश्मन भी मुझे ये कह कर अकेला छोड़ गये की जा तेरे अपने ही बहुत हैं तुझे रुलाने के लिए
अब बेमतलब की दुनिया का सिलसिला खत्म अब जिस तरह की दुनिया है उसी तरह के है हम
अब शिकवा करें भी तो करें किससे क्योंकि ये दर्द भी मेरा और दर्द देने बाला भी मेरा
अब तो वफ़ा करने से मुकर जाता है दिल अब तो इश्क के नाम से डर जाता है
दिल को अब किसी दिलासे की जरूरत नही है क्योंकि अब हर दिलासे से भर गया है दिल
अब मोहब्बत नही रही इस जमाने में क्योंकि लोग अब मोहब्बत नही मज़ाक किया करते है इस जमाने में
आजकल सफाईयां देना छोड़ दी है मैंने हां मैं बहुत बुरी हूँ यही सीधी सी बात है
इंसान की ख़ामोशी ही काफ़ी है ये बताने के लिये की वो अंदर से टूट चूका है
इन आँखों में सूरत तेरी सुहानी है मोम की तरह से पिघल रही मेरी जबानी है जिस तरह से सितम हुए थे हम पर मर जाना चाहिये था पर जिन्दा है ये बड़ी हैरानी है
उम्मीद जिनसे थी वही तनहा कर गए आज के बाद किसी से नही कहेंगे की तू मेरा है
कभी सोंचतें थे की आपके साथ अपनी ज़िन्दगी बिताएंगे आप के साथ रह कर हम भी मुस्कुराएंगे कभी सोंचतें थे मोहब्बत अपनी चाँद के पार ले जाएंगे लेकिन कभी ये नही सोचा था की आप हमे इस तरह रुलायेंगे
किसी से प्यार करना आसान नही होता है किसी को पा लेना ही प्यार का नाम नही होता है किसी के इंतज़ार में मुद्दते बीत जाती है क्योंकि ये पल दो पल का काम नही होता है
क्या खाक तरक्की की है इस दुनिया ने इश्क के मरीज़ तो आज भी बे-इलाज़ बैठे हैं
क्यों शर्मिंदा करते हो रोज़ हाल पूंछ कर हाल वही है जो तुमने मेरा बना रखा है
गम इस बात का नही की तू बेबफ़ा निकली बस अफ़सोस तो इस बात का है वो सब सच्चे निकले जिससे तेरे लिये मैं लड़ता था
ज़ख्म तो आज भी ताज़ा है बस वो निशान चला गया इश्क तो आज भी बेपनाह है बस वो इंसान चला गया
जब किसी की बाते आप के साथ छोटी हो जायें तो समझ जाओ की वो कहीँ और लम्बी हो रही हैं
जब जज़्बात अपने होते हैं तो वो जज़्बात हैं और दूसरो के जज़्बात खिलौना हैं
जरा सी बात पर न छोड़ अपनों का दामन क्योंकि जिंदगी बीत जाती है अपनों को अपना बनाने में
जिंदगी तो कट ही जाती है बस यही एक जिंदगी भर गम रहेगा की हम उसे ना पा सके
जिनके पास जिंदगी में देने के लिये मोहब्बत के सिवा कुछ नही होता है उन्हें जिंदगी में दर्द के सिवा कुछ नही मिलता है
जिसका दिल टूटता है उसका सब कुछ चला जाता है
तुझे लगता है रो रहा हूँ मैं लेकिन अपनी आँखों को धो रहा हूँ
तुम्हारे चाँद से चहरे पर गम अच्छे नही लगते एक बार हम से कह दो तुम चले जाओ हमे तुम अच्छे नही लगते
तेरा हर अंदाज़ अच्छा था लेकिन नज़रंदाज़ करे के सिवा
तेरी ख़ुशी को अपनी पलको में सजायेंगे मर कर भी साड़ी रस्मे निभाएंगे देने को तो कुछ नही है मेरे पास लेकिन तेरी ख़ुशी के लिए खुदा के पास तक चले जायेंगे
तेरी यादों को पसन्द आ गई मेरे आँखों की नमी अब हँसता हूँ तो रुला देती है तेरी कमी
दर्द है दिल में पर इसका एहसास नही होता है रोता है दिल जब वो पास नही होता है
हम बर्बाद हो गये उसके प्यार में और वो कहते हैं इस तरह से कभी प्यार नही होता है
दिमाग पर जोर लगा कर गिनते हो गलतियां मेरी कभी दिल पर हाथ लगा कर पूछना की कसूर किसका था
कब निकलता है कोई दिल में बस जाने के बाद दर्द कितना होता है बिछड़ जाने के बाद जो पास होता है उसकी कदर नहीं होती कमी महसूस होती है दूर जाने के बाद
दुआ करो जो जिसे मोहब्बत करे वो उसे मिल जाये क्योंकि बहुत रुलाती है ये अधूरी मोहब्बत
दुनिया है पत्थर की जज़्बात नही समझती दिल में छुपी है जो बात नही समझती चाँद तन्हा है तारो की बारात में भी दर्द ये चाँद का ज़ालिम रात नही समझती
न सीरत नज़र आती है न सूरत नज़र आती है यहाँ हर इंसान को बस अपनी ज़रूरत नज़र आती है
पत्थरों से प्यार किया क्योंकि नादान थे हम गलती हुई क्योंकि इंसान थे हम आज जिन्हें हमसे नजरे मिलाने में तकलीफ होती है कल उसी इंसान की जान थे हम
बहुत से रिश्ते खत्म होने की ये भी वजह होती है एक सही से बोल नही पाता है और एक सही से समझ नही पाता है
बिन मांगे ही मिल जाती है मोहब्बत किसी को और कोई हजारो दुआओं के बाद भी खाली हाथ ही रह जाता है
बेशक वो खूबसूरत तो वो आज भी है लेकिन वो मुस्कान नही है जो हम तेरे चहरे पर लाया करते थे
मर कर तमन्ना जीने के किसे नही होती रो कर खुश होने की तमन्ना किसे नही होती कह तो देते हैं जी लेंगे अपनों के बिना लेकिन अपनों की तमन्ना किसे नही होती
माँगा था थोड़ा सा उजाला जिंदगी में पर चाहने बालो ने तो आग ही लगा दी
माफ़ करना मुझे तुम्हारा प्यार नही चाहिये मुझे मेरा हँसता खेलता दिल बापस कर दो
मेरी खामोशियों में भी फ़साना ढूँढ़ लेती है बड़ी शातिर है ये दुनिया बहाना ढूँढ़ लेती
है हकीकत ज़िद किये बैठी है चकनाचूर करने को लेकिन ये आँख फिर सपना सुहाना ढूँढ़ लेती है
मेरी तन्हाई को मेरा शौक मत समझना क्योंकि किसी अपने ने ये बहुत प्यार से दिया था तोहफे में
मैंने खुदा से पूछा वो क्यों छोड़ गया मुझे उसकी क्या मजबूरी थी खुदा ने कहा न कसूर तेरा था न गलती उसकी थी मैंने ये कहानी लिखी ही अधूरी थी
मोहब्बत कभी झूठी नही होती है झूठे तो कसमे वादे और लोग होते हैं
मोहब्बत करने में औरत से कोई जीत नही सकता और नफरत करने में औरत को कोई हरा नही सकता है
मोहब्बत का कानून अलग है यहाँ की अदालत में हमेशा वफ़ादार को सज़ा मिलती है
यादो में किसी का दीदार नही होता है सिर्फ याद करना ही प्यार नही होता है यादों में किसी की हम भी तड़पतें हैं बस हमसे दर्द का इज़हार नही होता है
यूँ तो पहले सदमो में भी हँस लेता था मैं पर आज क्यों बेवजह रोने लगा हूँ मैं वैसे तो हमेशा से हाथ खाली ही था मेरा फिर आज क्यों लगा सब कुछ खोने लगा हूँ मैं
ये तो सच है ये ज़िन्दगानी उसी को रुलाती है जिसके आँसू पोछने बाला कोई नही होता है
वफ़ा की उम्मीद करू भी तो करूँ किससे तुझे तो अपनी ज़िन्दगी भी वेबफा लगती है
सांस थम जाती है पर जान नही जाती दर्द होता है पर आवाज नही आती अजीब लोग हैं इस जमाने में हम भूल नही पाते और किसी को याद नही आती
हम न पा सके तुझे मुद्दतो चाहने के बाद और किसी ने तुझे अपना बना लिया चन्द रस्मे निभाने के बाद
हमने उनसे प्यार किया ये मेरे प्यार की हद थी हमने उन पर एतवार किया ये मेरे एतवार की हद थी मर कर भी खुली रही मेरी आँखे ये मेरे इंतज़ार की हद थी
हमारे अकेले रहने की एक वजह ये भी है की हमे झूठे लोगो से रिश्ता तोड़ने में ज़रा भी डर नही लगता है
हमे आदत नही है हर एक पर मर मिटने की तुझ में बात ही कुछ ऐसी थी दिल ने मोहलत ही न दी कुछ सोचने की
हाथो की लकीरे देख कर ही रो देता है अब तो ये दिल इसमें सब कुछ तो है पर एक तेरा नाम ही नही
हो सकता है हमने आपका अनजाने में कभी दिल दुःखा दिया लेकिन तूने हमे दुनिया के कहने पर भुला दिया हम तो इस दुनिया में वैसे भी अकेले ही थे तो क्या हुआ तूने हमे ये एहसास दिला दिया