आज हम आपके लिए लाये है Maut Ki Shayari Par लेख हम उमीद करते है आपको पसंद आएगा तो चलिए आर्टिकल की शुरुआत करते है Let’s Begin…
मौत जिंदगी की सबसे बड़ी सचाई जिसे दुनिया में कोई नकार नहीं सकता है हा भले ही मौत इश्वर के हाथ में है पर कुछ लोग इस दुनिया में ऐसे भी है जिंदगी से पहले ही हार मान लेते है और जीते जी अपने आप को मारा हुआ मान लेते है
इस केटेगरी में मुख्य रूप से दो तरह के लोग होते है पहले तो वो लोग जो प्यार में धोखा खाए होते है और दुसरे वे जिन्हें जिंदगी ने इतने दुःख दिए होते है की उन्हें जीवन जीने की इच्छा ही ख़त्म हो जाती है यह वह लोग होते है जिन्हें 2 वक्त की रोटी भी मुस्किल से मिल पाती है यानी यु मानो यह पल पल मरते है और
कुछ लोग ऐसे भी होते है जिनके पास सब कुछ होता है और उन्हें कुछ पाना नहीं होता है उन्हें भी जिंदगी रास नहीं आती है और कभी कभी कुछ लोगों की ख्वाइशे इतनी बढ़ जाती है की वे अपनी चाहत से ज्यादा चाह करने लगते है और न मिलने पर उन्हें जिंदगी नरक सी लगने लगती है
संक्षेप में कहे तो,
बहुत से आशिंक अपने प्यार को न पाने के कारन भी maut का चयन करते है और कुछ लोग गरीबी से निजात पाने के लिए मरने की रहा चुनते है तो आज हम
इन्ही मरने की चाह करने वालो पर maut ki shayari लेकर आये है हम उमीद करते है आपको पसंद आएगी
Maut Ki Shayari पर जाए
आप अपने सर क्यों इल्जाम लेते हो
जालिम है दुनिया ना जीने देगी आप को
आप क्यों अपनी जुबा से मेरा नाम लेते हो..!!
हमने कहा ये दर्द कबुल है
सबने कहा इस दर्द के साथ जी नहीं पाओगे
हमने कहा इस दर्द के साथ मरना कबुल है..!!
पर एक इलज़ाम होगा
कफ़न उठा के देख लेना
मेरे होटों पर तेरा ही नाम होगा..!!
और ना ही मरने का हैं गम
उनसे मिलने की दुआ भी नहीं करते हम
क्युकी अब हर शाम है उनकी यादो के संग..!!
किस बात की यह सजा दे रहे हो
हमने तो कोई गुस्ताखी नहीं की
फिर क्यों मरने की बद्दुआ दे रहे हो..!!
कैसे बर्बाद हुई मेरी जवानी लिखना
और लिखना की मेरे होंठ खुशी को तरसे
कैसे बरसा मेरी आँखूं से पानी लिखना..!!
सुना है प्यार करने वाले मरते नहीं कभी
क्या करेंगे जी कर हम बिन यार के खुदा
देख मरने से भी दिलवाले डरते नहीं कभी..!!
लेकिन कोई है पत्थर दिल जो पिघलता नहीं
अगर मिले ख़ुदा तो माँगूंगी उसको
सुना है ख़ुदा मरने से पहले मिलते नहीं..!!
कहीं जिन्दगी की कशमकश में कफ़न महँगा ना हो जाए..!!
खेलना सीख लिया अब दर्द से हमने
दिल किस कदर टूटा है क्या बताएं
मरने से पहले कफ़न ओढ़ना सिख लिया हमने..!!
कोई ख़ास फ़र्क़ तो नहीं होगा;
बस एक तन्हाई रोयेगी
की मेरा हमसफ़र चला गया..!!
खुदा बख्शे बहुत-सी खूबियां थीं मरने वाले में..!!
मरने के बाद भी याद आ रहा है कोई
ऐ खुदा कुछ पल की मोहलत और दे दे
उदास मेरी कब्र से जा रहा है कोई..!!
गम ने जीने न दिया शौक ने मरने न दिया..!!
मेरे दाता मुझको इतनी सी इज़ाज़त दे दे
मैंने पायी है नफरत सदा तेरी दी ज़िन्दगी से
मौत तो अब लगा ले गले इतनी मोहब्बत दे दे..!!
वो भी पल पल हमें आजमाते रहे;
जब मोहब्बत में मरने का वक्त आया;
हम मर गए और वो मुस्कुराते रहे..!!
यह न समझना हम दगाबाज़ थे
किस्मत ने गम इतने दिए
बस ज़रा से परेशान थे ..!!
मेरे दाता मुझको इतनी सी इज़ाज़त दे दे
मैंने पायी है नफरत सदा तेरी दी ज़िन्दगी से
मौत तो अब लगा ले गले इतनी मोहब्बत दे दे..!!
Let’s wrap it,