अनपढ़ लोगो की वजह से ही हमारी मातृभाषा बची हुई हैं साहबवरना पढ़े हुए कुछ लोग तो राम राम बोलने में भी शरमाते हैं
अन्य के लिए जो रक्त बहाये मातृभूमि का जो देशभक्त कहलायेगर्जन से शत्रु का तख़्त हिलाये असुरो से पृथ्वी को विरक्त कराये वही असली राम भक्त कहलाये
अभिमन्यु की एक बात बड़ी शिक्षा देतीं हैं”हिम्मत से हारना पर हिम्मत मत हारना“ जय सियाराम
अयोध्या के फटे तंबू में पड़ा तुम्हारी “नामर्दी” का प्रमाण हूँहिन्दुओ में वही रावण का वध करने वाला दशरथ पुत्र राम हूँ
अयोध्या के वासी राम रघुकुल के कहलाये रामपुरुषों में हैं उत्तम राम सदा जपों हरी राम का नाम
अरे कब खुलेंगी तुम्हारी आंख हिंदुओ जयश्रीराम बोलने में डर कैसादहेज मांग सकते हो लेकिन अपने भगवान का घर नही जय श्री राम
आज दुनिया ने रामसेतु का सच स्वीकार कर लिया हैंदेश के लोग तो अदालत में लिख के दे आए थे श्रीराम सिर्फ़ कल्पना हैं
काश मैं ऐसी शायरी लिखूँश्री राम तेरी याद में तेरी तस्वीर दिखाई दे हर अल्फ़ाज़ में
कितने महान रहे होंगे वो वानर जिन्होंने मिल कर राम सेतु बना दियाहम सौ करोड़ हो कर भी एक राम मंदिर नही बना पा रहे
गंगा बड़ी गोदावरी तीरथ बड़ा प्रयागसबसे बड़ी अयोध्या नगरी जहां राम लिये अवतार
गली-गली में ऐलान होना चाहिए हर मंदिर में राम होना चाहिएइतना तो गुणगान होना चाहिए मिले किसी से तो जय श्रीराम होना चाहिए
गूंजता रहेगा सदियो तक एक ऐसा अंजाम लिख देगेलहू के हर एक कतरे से जय श्री राम लिख देंगे
चप्पा चप्पा भर जाएगा श्रीराम के दीवानों सेसारा देश गूंज उठेगा जय सियाराम के जयकारों से
जंगल मे छाती चोडी करके शेर चला करते हैंओर हिन्दूस्तान में छाती चोडी करके रामभक्त चला करते हैं
जय श्री राम का नारा लगा के हम दुनियाँ में छा गयेहमारे दुश्मन भी छुपकर बोले वो देखो जय श्री राम के भक्त आ गये
जय श्री राम जय श्री हनुमान
जागरूक जब हम सब हो जाएंगे धर्मो की दीवार मिटायेंगेसतर्कता के संग माँ बहनों की लाज बचाएंगे राम राज्य का सपना पूर्णतः सच कर दिखाएंगे
ज़िन्दगी का क्या हैं हर पल सताएगीराम भक्तों का चुनौतियां कुछ ना कर पाएंगी
ज़िन्दगी की सलवटों को एक ओर मौका देंगे सुलझ जाने काआ गया हैं वक़्त जय सिया राम गुनगुनाने का
ज़िन्दगी की सलवटों को एक ओर मौका देंगे सुलझ जाने काआ गया हैं वक़्त जय सिया राम गुनगुनाने का
जो डूबे श्रीराम जी की मस्ती में चार चांद लग जाते उनकी हस्ती में
तैयारी कर लो रामनवमी की क्योंकि हमें मंदिर में भिड और सड़क पर तूफान चाहिएहाथों में भगवा और जुबान पर जय श्री राम चाहिए
दिल पर भगवा प्रेम छाया हैं राम राज फिर आया हैंदेख ताक़त हिन्दू की पूरा संसार घबराया हैं
देख तज के पाप रावण राम तेरे मन में हैंराम मेरे मन में हैं मन से रावण जो निकाले राम उसके मन में हैं
ना पैसा लगता हैं ना ख़र्चा लगता हैंराम राम बोलिये बड़ा अच्छा लगता हैं
पार ना लगोगे श्रीराम के बिना राम ना मिलेंगे हनुमान के बिना
प्यार का मतलब शरीर कभी नहीं होतावो आत्मा से होता हैं जैसे भरत जी को #श्रीराम जी से था
फतवा नहीं बस भगवा का नाम होगामेरे देश में अब सलाम नहीं सिर्फ जय श्रीराम होगा
बाल भी ना बाका होएगा जब मन लागे राम राम दोहराएपतझड़ हैं समझ कर भूल जा देख पपीहा भी सावन की राह दिखाए
बेरोजगारी क्या हैं मन का वहम राम भक्त देंगे नए नए उद्योगों को जन्म
बेशक पहन लो हमारे जैसे कपड़ें और ज़ेवरपर कहा से लाओगे राम भक्तो वाले तेवर
भारत का जन्म -पता नही पाकिस्तान का जन्म -1947 मेंऔर श्री भगवत गीता में लिखा हैं कि जिसका जन्म होता हैं उसकी ‘मृत्यु” निश्चित हैं
मंजिले मुझे छोड़ गई रास्तो ने पाल लिया हैंजा जिंदगी तेरी जरुरत नही मुझे श्रीराम ने सम्भाल लिया हैं
मन राम का मंदिर हैं यहाँ उसे विराजे रखनापाप का कोई भाग नहीं होगा बस राम को थामे रखना
मर्यादा पाँव में कब तक जंजीर डालेगीमाथे पर तिलक लगाकर चला करो यही पहचान दुश्मन का कलेजा चीर डालेगी
महाकाल की भस्म के लिये दुनिया भुला देंगेतो सोचो श्रीराम के मंदिर के लिये कितनो को सुला देंगे
माला से मोती तुम तोड़ा ना करो धर्म से मुँह तुम मोड़ा ना करोबहुत कीमती हैं जय श्री राम का नाम जय सियाराम बोलना कभी छोड़ा ना करो
मुसलमान भी दवा बेचते वक्त कहता हैंरामबाण इलाज हैं अल्लाबाण नही ऐसी महिमा हैं राम नाम की
मुहर्रम में महादेव बसें रमज़ान में रामसंपूर्ण राष्ट्र में भगवा बसे ऐसा हो मेरा हिंदुस्तान प्रेम से बोलिए जय श्री राम
मैं जय श्री राम लिखूंगा तुम मुझे कट्टर समझ लेना
मोर की खूबसूरती पंख से होती हैं उसी तरहहमारी खूबसूरती श्रीराम के भगवा रंग से होती हैं
ये जमाना राम-राज्य को मीटाना चाहता हेंलेकीन इस ज़माने मैं उतना दम नही क्युकि जमाना हमसे पैदा हुआ हें हम ज़माने से नही
रक्त नहीं वो पानी हैं जो श्रीराम ना बोले वो पकिस्तानी हैं
रा से राम हैं रा से राहत हैं राम वो हैं जो राहत देता हैंजो आहत करे वो राम नहीं रावण हैं राहत साहब की शायरी में राहत हैं
रात हो या दोपहरी संकट हरेंगे श्री हरि
राम जी की कृपा हर उस पर बरसती हैंजो राहों में सबकी फूल बिछाते हैं कांटो भरे विचारों से अपने जीवन को बचाते हैं
राम जी की धुन में जिये जा रहे हैंहर पल को मुस्कुराहट लिए बस जिये जा रहे हैं
राम जी के विचारों से एक नई क्रांति आएगीजन जन में आशा की नई अलख जग जाएगी
राम नाम का फल हैं मीठा कोई चख के देख लेखुल जाते हैं भाग कोई पुकार के देख ले
राम नाम का महत्तव ना जाने वो अज्ञानी अभागा हैंजिसके दिल में राम बसा वो सुखद जीवन पाता हैं जय सियाराम
राम भक्त को जंजीरो में कैद करने का सपना मत देखक्युंकि हम वो आदमखोर शेर हैं जिसका भी शिकार करतें हैं उसका जिस्म तो क्या रूह भी दम तोड़ देती हैं
राम भी हैं Ramsetu भीजरूरत हैं रामायण के शब्दों में छिपे भावों को समझने की
राम हमारे गौरव के प्रतिमान हैं राम हमारे भारत की पहचान हैं जयश्रीराम जयहिंद
राम हमारे गौरव के प्रतिमान हैंराम हमारे भारत की पहचान हैं #जय सियाराम
रामायण का पाठ ज़िन्दगी को आसान बनाता हैंहर पल कुछ नया करने का पाठ पढ़ाता हैं
रामायण का पाठ ज़िन्दगी को आसान बनाता हैंहर पल कुछ नया करने का पाठ पढ़ाता हैं जय सियाराम
लाल रंग हैं तन में श्री राम बसे उनके मन मेंप्रेम गीत गए जो नाम राम का हैं हनुमान वो जो झुके राम के चरण में
वक़्त बुरा हैं तो भला हो जाएगा कुछ ही पलों में रूह को सुकून का किनारा मिल जाएगाबजरंग बली के चरणों मे सर रखने भर से सुखों का खजाना मिल जाएगा
वैसे तो हम जानी मानी हस्ती नही हैं ना ही बङे इंसान हैंलेकिन जब भी रास्ते से गुजरते हैं तो दुश्मन के मुँह से भी निकल जाता हैं वो जा रहे श्रीराम के दीवाने
शोक उचे हैं रुतबा ऊँचा हैं राम भक्तो के आगे ये ज़माना झुकता हैं
श्री राम की भक्ति में दिन चैन से गुजरते हैंराम नाम की शक्ति से हम गम रूपी सागर में भी आराम से तरते हैं
श्री राम जय राम जय जय राम हरे राम हरे राम हरे रामहनुमान जी की तरह जपते जाओ अपनी सारी बाधाएं दूर करते जाओ
श्रीराम का वंशज हूँ मैं गीता ही मेरी गाथा हैंछाती ठोक के कहता हूँ भारत ही मेरी माता हैं
संगे मरमर की तू बात ना कर मुझसे मैं अगर चाहूँ तो एहसास-ऐ-मोहब्बत लिखदुताज महल भी झूख जाएगा चूमने के लिए मैं जो एक पथ्थर पे राम नाम लिखदु
सुप्रीम कोर्ट कहती हैं की राम भक्तो को आरक्षण की जरूरत नहीं हैंएक बात बताता हूँ मैं की आरक्षण की क्या हम रामभक्तो को सुप्रीम कोर्ट की भी जरूरत नहीं हैं
सुबह सुबह लो राम का नाम पूरे होंगे बिगड़े अधूरे काम
हम पर ऊँगली सोच समझ कर उठानाहम राम भक्त हैं मारते नहीं मार डालते हैं
हम हिन्दू हैं हिन्दुत्व की बात करेंगेएक बार क्या सौ बार जय श्री राम कहेंगे
हमने तो मौत को भी कह रखा हैं जब तक हमारे प्रभु श्री राम का मंदिर नही बन जाताहमारे आसपास भी ना भटके वरना दौड़ा दौडा कर मारेंगे
हरी और हर में मुझे कोई अंतर नहींराम और शिव में मुझे कोई फर्क नहीं
हाथ में तलवार हैं वाणी की भी धार हैंफिर भी रहते शांत हैं क्योंकि श्रीराम के संस्कार हैं
हिन्दुओं से राम का सबूत तब तक मांगा जाता रहेगा जब तक वो राम बने रहेंगेजिस दिन परशुराम बन गये बाबर की औलादें भी बोलेंगी जयश्रीराम
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई देते एक दूजे को त्योहारों की बधाईभाईचारे ने इनके राम राज्य की कल्पना सच कर दिखाई
हे राम तेरे नाम से बन जाते हैं बिगड़े कामहे राम तेरे नाम से पुण्य मिले जैसे दर्शन करे चारो धाम
हे राम पूरे करदो बिगड़े काम मेरी मोहब्बत को देदो अंजाम
Let’s wrap it,
और शायरी पढ़े 😉
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